पारंपरिक परिधान में युवाओं ने दिया संदेश, कहा-अपनी संस्कृति भूले नहीं
रिसाली के शक्ति भवन में पहली बार युवा आदिवासी महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत ईष्ट देवी-देवताओं की पूजा से हुई। हल्बा समाज के राष्ट्रीय महासचिव ओएस जमदार ने कहा कि भिलाई नगर के आदिवासी समाज युवा कोयतुर द्वारा यह महोत्सव का आयोजन समाज को नई दिशा दिखा रही है।
इससे युवा पीढ़ी को नई सीख मिल रही। श्याम लाल नेगी ने कहा कि समाज में विलुप्त हो रहे परिधानों को आज युवा शक्ति ने पहनकर दिखा दिया कि वे अपनी संस्कृति भूले नहीं। वरिष्ठ चंद्रभान ठाकुर ने कहा कि समाज हमेशा सबका हित चाहता है, इसलिए सभी को समाज के प्रति समर्पित रहना चाहिए।
गीत, नृत्यों की दी प्रस्तुति छात्रों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम में गीत, कविता, नृत्य भी प्रस्तुत किया गया। कांकेर से आए युवा छात्र शक्तियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में अध्यक्ष एफआर ठाकुर, महासचिव हरिश्चंद्र कुंजाम, भागीरथी ठाकुर, रामजी ठाकुर, नीरा कुंजाम, चंद्रकला तारम, शीला ठाकुर, रामसिंग सलाम, बाबूलाल उइके, छेत सिंह ध्रुव, बीबी सूर्यवंशी, टिंकू उइके सहित समाज के युवक-युवती उपस्थित रहे।
इससे युवा पीढ़ी को नई सीख मिल रही। श्याम लाल नेगी ने कहा कि समाज में विलुप्त हो रहे परिधानों को आज युवा शक्ति ने पहनकर दिखा दिया कि वे अपनी संस्कृति भूले नहीं। वरिष्ठ चंद्रभान ठाकुर ने कहा कि समाज हमेशा सबका हित चाहता है, इसलिए सभी को समाज के प्रति समर्पित रहना चाहिए।
गीत, नृत्यों की दी प्रस्तुति छात्रों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम में गीत, कविता, नृत्य भी प्रस्तुत किया गया। कांकेर से आए युवा छात्र शक्तियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में अध्यक्ष एफआर ठाकुर, महासचिव हरिश्चंद्र कुंजाम, भागीरथी ठाकुर, रामजी ठाकुर, नीरा कुंजाम, चंद्रकला तारम, शीला ठाकुर, रामसिंग सलाम, बाबूलाल उइके, छेत सिंह ध्रुव, बीबी सूर्यवंशी, टिंकू उइके सहित समाज के युवक-युवती उपस्थित रहे।
Post a Comment