पत्रकारों की हत्या धमकी वाले पर्चे में मओवादियो ने दिया स्पष्टीकरण कहा हमने जारी नही किया पर्चा.सरकार पुलिस की साजिश: पढ़े पूरी खबर
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माओवादी द्वारा जारी पर्चा साभार गणेश मिश्रा |
बस्तर। माओवादियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए स्पष्टीकरण दिया है कि “ पत्रकारों की हत्या का बैनर पोस्टर हमने जारी नही किया है” माओवादी संघठन के किसी भी ईकाई से कोई सम्बन्ध नही है,
मालूम हो कि बीजापुर जिले के आवापल्ली क्षेत्र में 13 नवम्बर को गलत रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों को हत्या करने सम्बन्धित कथित माओवादी पर्चा अथवा बैनर तहसील कार्यलय में चस्पा किया गया था. हत्या से पत्रकारों के हत्या से सम्बन्धित पत्र मिलने के पश्चात पत्रकार जगत में काफी रोष व्याप्त था. जिसे लेकर पत्रकारों ने मओवादियो से जवाब जानने के लिए एक यात्रा भी निकाली थी.
खबर है कि मओवादियो के दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी के हवाले से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर स्पष्टीकरण दिया गया है कि पत्रकारों की हत्या के धमकी भरे पर्चे उनके नही है. माओवादियों ने आगे लिखा है कि भाजपा सरकार पुलिस और अग्नि जैसे प्रतिक्रांतिकारी का कार्य है जिसे मओवादियो से जोड़ा जा रहा है. आगे कहा गया कि पत्रकारों के जनपक्षधर आवाज को कुचलने के लिए सरकार साजिश कर रही है मओवादियो ने इस घटना की निंदा की है. विज्ञप्ति में आगे कहा किअभिव्यक्ति की आजादी और प्रेस की स्वतंत्रा का माओवादी पार्टी समर्थक है. किसी भी प्रकार के पर्चे को बिना जांचे परखे भ्रामक प्रचार से पत्रकारों को दूर रहने की बात कही है.
वही बीजापुर प्रेस क्लब अध्यक्ष गणेश मिश्रा ने कहा कि कथित पर्चा काण्ड से जुड़े लोगो की पहचान कर कड़ी कार्यवाही किया जाए नक्सलियों द्वारा इस मामले में स्पष्टीकरण देने के बाद स्पष्ट हो चुका है नक्सलियों ने नाम पर पत्रकारों की हत्या का साजिश रचा जा रहा है.
आप को बता दे कि बस्तर में सरकार द्वारा पत्रकारों के ऊपर पुलिसिया दमन में दर्जनों मामले है. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रा को दबाने में सरकार पीछे नही है. वही इस मामले में अब सवाल खड़े हो रहे है कि आखिर पत्रकारों की हत्या का पर्चा किसने जारी किया? बरहाल पुलिस प्रशासन की तरफ से इस मामले में किसी भी प्रकार का जवाब नही आया है.
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