फर्जी मुठभेड़ो में आदिवासियों की हत्या व असुरक्षा के विरोध में 22 अक्टूबर को रैली प्रदर्शन के साथ बस्तर संभाग बंद
आदिवासियों की संख्या घटती जा रही,
नक्सल उन्मूलन के नाम पर नाबालिक बच्चो
की हत्याए, महिलाओं का यौन शोषण व बुजुर्गो से मार पीट की घटनाओं को अंजाम दिया जा
रहा है, पुलिस,सुरक्षा बलों ,नक्सलियों के बीच आदिवासी रोज मारा जा रहा है, बस्तर
में नक्सल उन्मूलन के नाम पर
जारी जंग में पिसते आदिवासियों के विरोध में 22 अक्टूबर को रैली प्रदर्शन के साथ बस्तर संभाग बंद करने की घोषणा सर्व आदिवासी सामाज ने किया है
जारी जंग में पिसते आदिवासियों के विरोध में 22 अक्टूबर को रैली प्रदर्शन के साथ बस्तर संभाग बंद करने की घोषणा सर्व आदिवासी सामाज ने किया है

नाबालिक बच्चो
की हत्याये महिलाओं का यौन शोषण व बुजुर्गो से मार पीट नक्सली उन्मूलन के बहाने आम
हो गया है , नक्सली घटनाओं में जब भी कोई मरता है तो वाह आदिवासी ही होता है
पुलिस,सुरक्षा बलों ,नक्सलियों के बीच आदिवासी रोज मारा जा रहा है जिस आदिवासी की
सुरक्षा स्वशासन के लिए बस्तर संभाग को अनुसूचित क्षेत्र घोषित किया गया उसमे
आदिवासी की संख्या प्रतिदिन घटती जा रही है व बाहरी आबादी बढती जा रही है
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